●समस्त भारत में जैन समाज कर रही है आंदोलन
सम्मेद शिखरजी एक मात्रा जैनो का विश्व में सबसे बड़ा या पवित्र तीर्थ क्षेत्र है। कुछ समय पहले झारखंड सरकार ने श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल घोषित कर दिया था। जिसके बाद से पूरे भारत में जैन समाज की नाराजगी को देखने को मिल रही है, जैन समाज का कहना है कि ये हमारी आस्था के साथ खिलवाड़| हम इस का विरोध तब तक करते रहेंगे जब तक हमरे सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल से तीर्थ क्षेत्र ना घोषित कर दे।
●पारसनाथ पर्वत पर हो रही है सामाजिक गतिविधियां
जैन समाज का कहना है शिखरजी उनके लिए पवित्राता और आस्था का प्रतीक है। ऐसे पवित्र स्थल को पर्यटन स्थल घोषित किए जाने के बाद वहा असमाजिक गतिविधियां हो रही है। साथ ही यहां लोग आध्यात्मिक नहीं मौज मस्ती के मणिभाव से जाएंगे| पारसनाथ पर्वत के 100 मीटर के दायरे में बिना किसी डर के मांस, मदिरा और जुआ चल रहा है जो कि जैनों की भावना पर अघात है। मध्य प्रदेश के बड़े शहरो जैसे जबलपुर, इंदौर, ग्वालियर और भोपाल में झारखंड सरकार के इस फैसले के खिलाफ रेलियां निकल रही हैं|
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर #saveshikhaji #savejainism हो रहा वायरल
जैन समाज झारखंड सरकार के इस फैसले का सबसे ज्यादा विरोध सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के द्वारा हो रहा है। इंस्टाग्राम, फेसबुक, व्हाट्सएप पर जैन युवाओं द्वारा #saveshikhaji #savejainism से संभादित पोस्ट डाले जार रहे हैं। जैनों का कहना है कि हमने भारत सरकार का हर कदम पर साथ दिया अब सरकार की बारी है हमारी आस्था का सम्मान करने की।
REPORT BY__ MANYA JAIN
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