Successful test of flying taxi in Israel  07/06/2023
Bharat

इजराइल में फ्लाइंग टैक्सी का सक्सेसफुल टेस्ट:इसमें विंग्स और रोटर नहीं, दो लोगों ने 30 KM सफर किया; कॉमर्शियल प्रोडक्शन जल्द

इजराइल में एक हफ्ते से जारी फ्लाइंग टैक्सी के तमाम टेस्ट सक्सेफुल रहे हैं। ये टेस्ट्स कुल मिलाकर 11 कंपनियों ने एक ही जगह किए। इस दौरान रेगिस्तान से लेकर घाटियों के बीच भी इन ड्रोन टैक्सीज ने उड़ान भरी।

Sunil Shukla

एक फ्लाइट का ही वीडियो सामने आया है। इसमें कुल 220 किलोग्राम वजह लेकर फ्लाइंग टैक्सी ने 30 किलोमीटर उड़ान भरी। इसमें दो लोग सवार थे। कंपनियों का दावा है दो साल में इन फ्लाइंग टैक्सीज का कॉमर्शियल प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा। इससे ट्रैफिक जाम से बहुत राहत मिलेगी।

इजराइली ड्रोन इंडस्ट्री का कमाल
‘द ज्यूरिश टाइम्स’ के मुताबिक- करीब 3 साल पहले इजराइल ने नेशनल ड्रोन इनिशिएटिव प्रोग्राम लॉन्च किया था। इसके तहत देश की 11 कंपनियों को एक प्लेटफॉर्म पर लाकर फ्लाइंग या ड्रोन टैक्सी बनाने का टास्क दिया गया।

एविएशन एक्सपर्ट्स ने इसे ‘इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेकऑफ एंड लैंडिंग’ (eVTOL) नाम दिया। खास बात ये रही कि इसके टेस्ट पहले ही साल में कामयाब होने लगे। इसके बाद अलग-अलग डिजाइल और कैपेसिटी वाली फ्लाइंग टैक्सी बनाने पर फोकस किया गया।

ज्यादा जानकारी देने से बच रहा इजराइल
एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इजराइल सरकार इन टेस्ट्स के बारे में ज्यादा डीटेल शेयर नहीं करना चाहती। उसके ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर मिरी रेगेव ने कहा- हमारी कई टीम मिलकर काम कर रही हैं। हर चीज को ध्यान में रखा जा रहा है। पहला फोकस कॉमर्शियल ड्रोन्स और फ्लाइंग टैक्सीज पर है।

रेगेव ने आगे कहा- जाहिर है, ये काम आसान तो बिल्कुल नहीं है। सेफ्टी और स्टैंडर्ड्स को ध्यान में रखना होगा। इसीलिए हमने अपनी सिविल एविएशन अथॉरिटी को भी इसमें शामिल किया है। पहले छोटी कार्गो फ्लाइट्स ऑपरेट की गईं। अब पैसेंजर फ्लाइट टेस्ट जबरदस्त कामयाब रहे हैं। प्रोजेक्ट पर अब तक 16 लाख डॉलर खर्च हुए हैं।

3 साल और 19 हजार फ्लाइट्स

  • एक रिपोर्ट के मुताबिक, 3 साल में इन टैक्सीज की 19 हजार से ज्यादा फ्लाइट्स ऑपरेट की गईं। रूरल और अर्बन एरियाज को शामिल किया गया। इसकी टेक्नोलॉजी का प्राइम सीक्रेट रखा गया। कहा जा रहा है कि फ्लाइट्स किसी बोट या शिप से भी आसानी से ऑपरेट की जा सकेंगी।

  • इसकी एक और खास बात यह है कि ये फ्लाइंग टैक्सीज रात के वक्त भी आसानी से टेकऑफ और लैंडिंग कर सकेंगी। इतना ही नहीं, अगर इनकी रास्ते में कोई ऑब्जेक्ट या परिंदा आता है तो ये बड़ी आसानी से उसे हटा सकती हैं।

  • किसी भी टैक्सी में कोई रोटर या विंग्स नहीं होंगे। सिर्फ बहुत छोटे से ग्रिल होंगे, ये हवा को काटकर टैक्सी को तेजी से उड़ने में मदद करेंगे। इनकी ट्रायल का अगला फेज कुछ महीने बाद शुरू होगा। तब ज्यादा पेलोड ले जाने और डिस्टेंस बढ़ाने पर फोकस होगा।

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