Noida: Drug dealers making youth bald, college-university students are the target 13/04/2023
Bharat

Noida: युवाओं को गंजेड़ी बना रहे नशे के सौदागर, कॉलेज-यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट होते हैं टारगेट

Noida News Today नोएडा ग्रेटर नोएडा में नशा कारोबारी स्टूडेंट्स को टारगेट कर रहे हैं। इनको नशेड़ी बना रहे हैं। इस मामले में 100 से ज्यादा लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।

Sunil Shukla

हाइलाइट्स

  • लोगों का आरोप, कई चौक-चौराहों पर 60 से 100 रुपये तक में मिलती है पुड़िया

  • चार महीने में 3500 किलो गांजा पकड़ चुकी पुलिस, 100 से अधिक लोग हो चुके अरेस्ट

  • कड़ी कार्रवाई के बावजूद पुलिस नहीं तोड़ पा रही नशा तस्करी का नैक्सस

  • नोएडा: दिल्ली एनसीआर में नशे का कारोबार करने वाले छात्रों को टारगेट कर रहे हैं। नोएडा-ग्रेटर नोएडा में नशे के सौदागरों का मकड़जाल फैला हुआ है। बड़े पैमाने पर नशीले पदार्थों की सप्लाई हो रही है। पुलिस और एसटीएफ ने पिछले चार महीने में अलग-अलग जगहों से 100 से अधिक तस्करों को गिरफ्तार कर करीब 3500 किलो गांजा बरामद किया है। कड़ी कार्रवाई के बावजूद पुलिस नशा तस्करी का नैक्सस तोड़ नहीं पा रही है। पुलिस के तमाम प्रयास के बावजूद शहर में गांजा तस्कर मादक पदार्थों की डिलिवरी देने पहुंच रहे हैं। लोगों का आरोप है कि शहर में 100 से अधिक कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले स्टूडेंट तस्करों के निशाने पर हैं।

ग्रेटर नोएडा एजुकेशन हब होने के चलते यहां लाखों की संख्या में छात्र-छात्राएं रहते हैं, जिसके चलते शहर को युवाओं का शहर कहा जाता है। युवाओं की बड़ी संख्या को देखते हुए तस्कर यहां सक्रिय हैं। गुड़गांव, फरीदाबाद, दिल्ली मुंबई और बिहार के तस्कर भी पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितनी बड़ी संख्या में नशीले पदार्थों की तस्करी का खेल यहां चल रहा है। यहां तक कि युवकों तक ऑन डिमांड नशीले पदार्थ पहुंच जाता है।

लोगों का आरोप है कि तस्कर 60 से 100 रुपये में नशे की पुड़िया देते हैं। एक पैकेट को एक से लेकर 10 हजार तक में बेचते हैं। मार्केट में अलग-अलग ड्रग्स की अलग-अलग कीमत है। 10 दिन पहले ग्रेटर नोएडा के डेल्टा सेक्टर के गोल चक्कर पर बैठकर गांजा भेजती हुई चार महिलाओं को लोगों की शिकायत पर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इससे अलग कॉलेज के सिक्यॉरिटी गार्ड से लेकर पान की दुकान करने वाले भी गांजा बेचने के आरोप में गिरफ्तार हो चुके हैं। पुलिस ने शनिवार को भी पांच गांजा तस्करों से डेढ़ करोड़ का गांजा बरामद किया था। वहीं, मंगलवार में 20 किलो गांजे के साथ दिनेश और राहुल निवासी फरीदाबाद हरियाणा को गिरफ्तार किया गया।

बड़े माफिया पर नहीं हो पाती कार्रवाई

शहर में पुलिस गांजा तस्करी करने वाले तस्करों को गिरफ्तार करती है, जिनमें अधिकांश वाहन चालक होते हैं या बिल्डर साइटों के आसपास छोटी-छोटी पुड़िया में सप्लाई करने वाले तस्कर होते हैं। बड़े माफियाओं तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पाते हैं। यहां तक की बड़े माफिया अपनी पहचान गुप्त रखते हैं। नशा तस्करी में पकड़े गए लोगों ने खुलासा किया कि वह जिस गाड़ी में गांजा सप्लाई के लिए भेजते हैं, उस गाड़ी के चालक और उसके साथ होने वाले अन्य लोगों को उसकी जानकारी तक नहीं होती है। सिर्फ मोबाइल से दिए हुए एड्रेस के आधार पर सप्लाई होती है। ऐसे में पुलिस के पास माफियाओं की पहचान नहीं हो पाती और पुलिस छोटे तस्करों को ही गिरफ्तार कर गुड वर्क कर देती है।

विदेशी भी करते हैं तस्करी

नारकोटिक कंट्रोल विभाग ने ग्रेटर नोएडा में ड्रग्स का कारोबार करने के आरोप में 20 से अधिक विदेशी युवक और युवतियों को भी पिछले कुछ समय में गिरफ्तार किया है। ब्रिक्स बनाने की फैक्ट्री तक भी पकड़ी जा चुकी है। लोगों का आरोप है कि कार्रवाई के बावजूद बड़ी संख्या में विदेशी स्टूडेंट को नशीले पदार्थ की सप्लाई करते हैं। यहां तक कि इनके तार दिल्ली वह आसपास एरिया में रहने वाले विदेशी लोगों से जुड़े रहते हैं जिनकी यह डिमांड है पूरी करते हैं।

समय-समय पर गांजा तस्करों पर बड़ी कार्रवाई होती है। इनके खिलाफ अभियान भी चलाया जा रहा है। नशीले पदार्थ बेचने वालों की किसी को जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी।

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