ममता कुलकर्णी का पति अमेरिकी एजेंसियों के लिए गवाह बनेगा
अमेरिका के मोस्ट वांटेड ड्रग तस्कर के प्रत्यर्पण के लिए वह गवाही देंगे
यह ड्रग तस्कर पाकिस्तानी व्यवसायी आसिफ हफीज है जो ब्रिटेन की जेल में है
अमेरिका को पाकिस्तानी व्यवसायी आसिफ हफीज को ब्रिटेन की हाई सिक्योरिटी वाली बेलमार्श जेल से न्यूयॉर्क की एक जेल में प्रत्यर्पित करने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। आसिफ का नाम ड्रग से जुड़े कारोबार में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका ने दो सगे भाइयों बख्ताश आकाशा अब्दुल्ला और इब्राहिम आकाशा अब्दुल्ला समेत दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। अन्य दो लोगों में पूर्व बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी का पति विक्की गोस्वामी भी शामिल था। अब कहा जा रहा है कि इन चारों में से विक्की गोस्वामी आसिफ के खिलाफ गवाह बनने को तैयार है।
पाकिस्तानी अखबार जियो न्यूज के मुताबिक सिर्फ विक्की गोस्वामी ही विशेषाधिकार और छूट के बदले गवाह बनने के लिए तैयार है। अब आगे की सुनवाई पर हफीज के खिलाफ गवाह के रूप में विक्की पेश होंगे। अमेरिका ने विक्की पर कई तरह के आरोप नहीं लगाए हैं, जिससे माना जा रहा है कि वह अब एक गवाह है। अमेरिकी अधिकारी गोस्वामी की वर्तमान स्थिति पर चुप्पी साधे हुए हैं। उनका कहना है कि कोई भी जानकारी गवाहों की जान को खतरे में डाल सकती है।
सूत्रों के मुताबिक अब विक्की गोस्वामी अमेरिकी सरकार के संरक्षण में लग्जरी वाला जीवन जी रहा है। गोस्वामी अहमदाबाद में पला बढ़ा और बाद में मुंबई में अंडरवर्ल्ड के साथ मिल कर काम किया। जब ममता कुलकर्णी अपने कैरियर के शिखर पर थीं, तब दोनों की मुलाकात हुई। इसके बाद विक्की हमेशा के लिए दुबई चला गया और यहां से ड्रग्स के कारोबार में घुस गया। ड्रग्स तस्करी के कारण 1997 में उसे दुबई में 10 साल की जेल हुई थी। इस दौरान ममता उससे मिलने आती रहती थीं। जब विक्की जेल में था, तभी दोनों ने शादी की थी।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक रिहा होने के बाद दोनों केन्या चले गए और गोस्वामी एक बार फिर ड्रग के कारोबार में प्रसिद्ध हो गए। वहीं अगर हफीज की बात करें तो उसका केस कोई सामान्य नहीं है, बल्कि किसी बॉलीवुड फिल्म जैसा है। हफीज पर आरोप है कि उसने ग्रीस और अमेरिका में बड़े पैमाने पर ड्रग्स की सप्लाई की। आज ड्रग तस्कर कहा जाने वाला हफीज कभी अमेरिका, यूएई, ब्रिटेन और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों को जानकारी सप्लाई करता था। ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी ने तो यहां तक कहा है कि इससे मिली जानकारी के कारण कई बार ड्रग तस्करी रोकी जा सकी।
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