Inspection of solid waste project in NRI Colony by Municipal Commissioner Rajesh Narvekar 12/06/2023
Bharat

पालिका आयुक्त राजेश नार्वेकर द्वारा एनआरआई कॉलनी में घनकचरा प्रकल्प का निरीक्षण

नवी मुंबई (प्रतिक यादव) - स्वच्छ सर्वेक्षण में कचरे को तीन तरह से वर्गीकृत किया गया है गीला, सूखा और घरेलू रूप से खतरनाक इसी तरह, प्रतिदिन 100 मीट्रिक टन से अधिक कचरा पैदा करने वाले बड़े संगठनों, सोसायटियों, होटलों को अपने परिसर में गीले कचरे को संसाधित करने की आवश्यकता होती है। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एक्ट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

Sunil Shukla

नवी मुंबई स्वच्छ सर्वेक्षण में हमेशा सबसे आगे रहा है और स्वच्छता प्रेमी नवी मुंबईकरों की सक्रिय भागीदारी ने इसमें प्रमुख भूमिका निभाई है। इस साल भी स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 का सामना करते हुए हमने अपने आदर्श वाक्य नंबर 1 को अपने सामने रखते हुए आगे बढ़ने का फैसला किया है।

इसके अनुसार नमुम्पा आयुक्त मि. राजेश नार्वेकर के माध्यम से स्वच्छता की कार्यवाही पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और हाल ही में आयुक्त ने स्वच्छता को लेकर समीक्षा बैठक कर प्रत्येक इकाई को स्वच्छता अभियान में तेजी लाने का निर्देश दिया था.

इस संबंध में प्रत्येक प्रमंडल के सहायक आयुक्त एवं प्रमंडलीय अधिकारियों के साथ-साथ संभागों द्वारा नियुक्त संभाग प्रमुख स्तर के नोडल अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों का नियमित निरीक्षण दौरा कर साफ-सफाई में गड़बड़ी को संबंधित के ध्यान में लाया. और आयुक्त ने इनका शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए थे।

साथ ही स्वयं आयुक्त श्री. राजेश नार्वेकर के माध्यम से विभिन्न विभागों में साफ-सफाई का सीधा निरीक्षण भी किया जा रहा है। तदनुसार, आयुक्त ने आज स्वच्छ सर्वेक्षण के शहर प्रोफाइल के तहत बड़े पैमाने पर अपशिष्ट उत्पादन (बीडब्ल्यूजी) एनआरआई कॉम्प्लेक्स फेज 2 में सीवुड एस्टेट सोसाइटी का औचक निरीक्षण किया, ताकि वहां अपशिष्ट निपटान परियोजना का निरीक्षण किया जा सके। इस अवसर पर ठोस कचरा प्रबंधन विभाग के उपायुक्त डॉ. बाबासाहेब राजले, बेलापुर संभाग के सहायक आयुक्त एवं अनुमंडल पदाधिकारी श्री. शशिकांत टंडेल, मुख्य स्वच्छता अधिकारी श्री. राजेन्द्र सोनवणे सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

एनआरआई कॉम्प्लेक्स नवी मुंबई क्षेत्र में एक बहुत बड़ा समाज है और यहां चरण 2 में 500 किग्रा. क्षमता की कम्पोस्ट पीट बना ली गई है। सोसायटी से प्रतिदिन एकत्र किए गए गीले कचरे को पीट में डंप किया जा रहा है और इससे खाद तैयार की जा रही है। औसत दैनिक 400 किग्रा। गीले कचरे से उत्पन्न खाद का उपयोग समाज के परिसर में बगीचों और हरियाली को विकसित करने के लिए किया जाता है जिससे उत्पादन के बिंदु पर कचरे का निपटान कम होता है और अपशिष्ट परिवहन लागत में बचत होती है।

आयुक्त ने यहां गीले कचरे से खाद बनाने की पूरी प्रक्रिया को समझा और सोसायटी में प्रतिदिन निकलने वाले गीले व सूखे कचरे का विवरण जांचा। इसी तरह वहां मौजूद सोसायटी के निवासियों से बातचीत करते हुए उन्होंने सराहना की कि आप सोसाइटी के परिसर में कूड़ा-कचरा छांटने और कूड़ा निस्तारण करने का बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. आयुक्त ने निवासियों से इस निरंतरता को बनाए रखने की अपील की क्योंकि स्वच्छता नियमित रूप से की जाने वाली चीज है.

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