Empty: Global companies offering double salary due to increase in demand  05/05/2023
Bharat

भारत में AI इंजीनियर्स की 51% पोस्ट खाली:डिमांड बढ़ने के चलते डबल सैलरी ऑफर कर रहीं ग्लोबल कंपनियां

ओपनएआई के चैटजीपीटी की सफलता ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एप्लीकेशन में एक्सपर्ट प्रोफेशनल की डिमांड दुनियाभर में बढ़ा दी है। भारत पर भी इसका असर हुआ है। IT सेक्टर की प्रतिनिधि संस्था नैसकॉम के मुताबिक, देश में अभी 4.16 लाख AI इंजीनियर्स हैं। लेकिन, ये जरूरत से 51% कम हैं। अब भी 2.13 लाख अतिरिक्त AI इंजीनियर्स की डिमांड है।

Sunil Shukla

टेक कंपनियां AI इंजन बनाने में जुटीं
दरअसल गूगल से लेकर बैदू और माइक्रोसॉफ्ट तक लगभग हर टेक कंपनी AI इंजन बनाने में जुटी है। इसके चलते सिलिकॉन वैली से लेकर यूरोप, एशिया और कई अन्य देशों में AI इंजीनियर्स की भर्ती हो रहा है।

AI एक्सपर्ट 30-50% इन्क्रीमेंट के साथ जॉब स्विच कर रहे
हेल्थकेयर, फाइनेंस और एंटरटेनमेंट कंपनियों में भी AI की डिमांड बढ़ने लगी है। लेकिन, जरूरत भर AI इंजीनियर नहीं मिल रहे हैं। स्थिति ये है कि AI एक्सपर्ट लगातार 30-50% इन्क्रीमेंट के साथ जॉब स्विच कर रहे हैं। कई कंपनियां इन्हें दोगुनी सैलरी ऑफर कर रही हैं।

भारत में बिग डेटा टैलेंट का दूसरा सबसे बड़ा पूल
ग्लोबल टेक इंडस्ट्री का बैक ऑफिस के तौर पर मशहूर भारत भी डिमांड-सप्लाई का गैप पाट नहीं पा रहा है। नैसकॉम के मुताबिक भारत के पास हाई स्किल वाले AI, मशीन लर्निंग और बिग डेटा टैलेंट का दूसरा सबसे बड़ा पूल है। दुनिया के AI टैलेंट पूल में 16% हिस्सेदारी के साथ भारत अमेरिका और चीन के साथ दुनिया के टॉप तीन टैलेंट मार्केट में शुमार है।

बेंगलुरू में तेज होगा AI टैलेंट हंट
बोस्टन के कार सब्सक्रिप्शन स्टार्टअप फ्लेक्सकार बेंगलुरू में डेटा साइंस हब के लिए इंजीनियर्स और कंप्यूटर विजन स्पेशलिस्ट की टीम बना रहा है। फ्लेक्सकार के अधिकारी डुमलाओ ने कहा कि बेंगलुरू में डेटा इंजीनियरिंग टैलेंट काफी हैं, लेकिन ये पर्याप्त नहीं है। इस शहर में AI टैलेंट हंट तेज होने वाला है।

बीते साल भारत में खुले 66 नए टेक इनोवेशन सेंटर
भारत में बीते साल 66 नए टेक इनोवेशन सेंटर खुले। इन्हें ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (CGC) या कैप्टिव्स कहा जाता है। अब इनकी कुल संख्या करीब 1600 हो गई है।

अफोर्डेबल और स्किल्ड टैलेंट की उपलब्धता के चलते दुनियाभर की कंपनियां भारत, खासतौर पर बेंगलुरू में CGC और R&D हब स्थापित कर रही हैं।

The mainstream media establishment doesn’t want us to survive, but you can help us continue running the show by making a voluntary contribution. Please pay an amount you are comfortable with; an amount you believe is the fair price for the content you have consumed to date.

happy to Help 9920654232@upi 

वैदिक विज्ञान की वैश्विक प्रासंगिकता : ज्ञान, समय और चेतना का संगम

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शताब्दी वर्ष: भारत को विश्वगुरु बनाने का संकल्प, ‘समग्र विकास’ पर बल

Promotion Reservation — Time to Restore the Balance

आईएएस अधिकारी पूजा खेड़कर की मां मनोरा को अपहरण मामले में अंतरिम जमानत

Dr. Priyanka Shukla: Healing Chhattisgarh Beyond Hospitals