हर साल 100-200 हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण, लड़कों का जबरदस्ती खतना: महाराष्ट्र के दौंड का हाल

रिपोर्ट में दावा- मुस्लिम लड़कों को मिलते हैं ₹5 लाख लोगों ने बताया कि दौंड में चल रही धर्मांतरण गतिविधियों के पीछे फारुक कुरैशी, कमल कुरैशी, आसिब कुरैशी, फरहान कुरैशी का हाथ है। कोई भी इनके नाम लेने से डरता है। इनमें से कुमेल कुरैशी उर्फ हाजिब साहब को गिरफ्तार किया जा चुका है।
हर साल 100-200 हिंदू लड़कियों का धर्मांतरण, लड़कों का जबरदस्ती खतना: महाराष्ट्र के दौंड का हाल
Kamel Qureshi is allegedly the master mind behind the conversions taking place in Daund of Maharashtra. Image Source: Times Now

महाराष्ट्र में हिंदू लड़कियों के धर्म परिवर्तन को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट के मुताबिक दौंड में हर साल करीबन 200 लड़कियाँ मुसलमान बनाई जा रही हैं। हिंदू परिवारों का दावा है कि ऐसा करने के लिए मुस्लिम लड़के 5 लाख रुपए पाते हैं। इस खुलासे को करते हुए हिंदू परिवारों ने जानकारी दी कि इस्लामी कट्टरपंथियों को राजनेताओं का साथ मिला हुआ है। सांसद से लेकर पुलिस तक इनकी मदद कर रहे हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, केवल हिंदू औरतें ही नहीं हिंदू आदमी भी इस इलाके में इस्लामी धर्मांतरण का शिकार बन रहे हैं। हिंदू लड़कों को हनी ट्रैप में फँसाया जाता है और फिर उनसे धर्मांतरण के लिए बोला जाता है। लोगों का दावा है कि करीबन 100 लोगों को खतना के लिए मजबूर किया गया और कुछ का जबरन खतना कराया गया।

टाइम्स नाऊ से बात करते हुए एक स्थानीय ने कहा, “एक साल में, यहाँ लगभग 100 से 200 लोगों का धर्मांतरण होता है। उनमें से ज्यादातर लड़कियाँ हैं। वे लड़कियाँ 17 या 18 साल की होती हैं और वो भी ज्यादातर कॉलेज में होती हैं जब ये लोग उनका ब्रेन वॉश करते हैं। ये लोग निकाह की बातें करते हैं, उसके बाद बच्चा होता है तो तलाक देकर छोड़ देते हैं और फिर से खुद को शादी के लिए तैयार करते हैं।”

हिंदू कहते हैं कि उन्हें इन मामलों में बोलने से डर लगता है कि कुछ भी प्रतिक्रिया देने पर लड़कियों को मारा-पीटा और धमकाया जाता है। एक व्यक्ति कहता है, “यह लोग युवा लड़कियों को सरेआम सड़क पर छेड़ते हैं लेकिन कोई कुछ भी नहीं कहता और न ही इनके विरुद्ध शिकायत होती है। हर राजनेता इनको सपोर्ट करता है, इसलिए कोई भी आवाज नहीं उठाता। लोग इन मामलों पर बात करने से भी घबराते हैं।”

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