Bhopal:आरएसएस प्रमुख मोहनभागवत का भोपाल दौरा; सिंधी संस्कृति संग्रालय बनाने का ऐलान

मध्यप्रदेश के भोपाल में दशहरा मैदान में आयोजित सिंधी समाज के कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहनभागवत शामिल होने पहुंचे थे| सिंधी समाज के इस कार्यक्रम में देश-विदेश और दूर-दूर से लोग शामिल होने आये थे| आरएसएस प्रमुख मोहनभगवत के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री भी कार्यक्रम में मौजूद थे| मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंधी समाज के संस्कृति के संग्रालय बनवाने का एलान भी किया|
Bhopal:आरएसएस प्रमुख मोहनभागवत का भोपाल दौरा; सिंधी संस्कृति संग्रालय बनाने का ऐलान

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने सिंधी समाज की जनता को भी संबोधित किया | साथ ही उन्होंने पाकिस्तान में चल रही कंगाली को लेकर भी बड़ी बातें कही ,मोहन भागवत का कहना था की पकिस्तान और भारत का विभाजन कृतिम है यानि विभाजन सिर्फ दिखावट के लिए है पकिस्तान भी भारत का हिस्सा है| सिर्फ लोग उस भारत से इस भारत आये हैं| पकिस्तान की जनता भी वहां की सरकार से तृस्त होकर एहि सोचती है की विभाजन करकर गलती कर दी है| आगे मोहन भागवत ने कहा की हमें मिलकर एक नया भारत बसना है| हमें कभी भी उस भूमि के साथ नाता नहीं तोड़ सकते जिस भूमि पर सिंधु सभ्यता का वास होता है| हम सिंध प्रदेश नहीं भूल सकते हैं| आज पकिस्तान की जनता भी इस कृतिम विभाजन से सुखी नहीं है| वे भी कह रहें है की धर्म की जिद के कारण हम भारत से अलग हो गए संस्कृति से अलग हो गए|

सिंधी समाज के कार्यक्रम में मोहन भागवत और सीएम शिवराज सिंह द्वारा सिंधी समाज की बड़ी हस्तयों का सम्मान किया गया| मोहन भागवत और शिवराज सिंह चौहान ने पद्मश्री सुरेश आडवाणी, टेक महिंद्रा ग्रुप के सीईओ सीपी गुडनानी को सम्मानित किया। साथ ही मनोहर शेरवानी का सम्मान भी किया। वे पुणे में नि:शुल्क डायलिसिस सेंटर चलाते हैं। पॉलिकेब इंडस्ट्रीज के चेयरमैन व डायरेक्टर इंदर जयसिंघानी का भी सम्मान किया गया।

इस मौके पर प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सिंधी समाज की संस्कृति और इतिहास को बढ़ावा देने के लिए बड़ी बातों को लेकर ऐलान किया|

1. सिंधी समाज के शहीद हेमू कालाणी के सम्मान में उनकी प्रतिमा मनुआभान की टेकरी पर बनवायी जाएगी| जिससे लोग सिंधी सामज के इतिहास और बलिदान से अवगत रहें|

2. शिक्षा क्षेत्र में बच्चों के सिलेबस की किताबों में शहीद हेमू कालाणी की जीवनी का वर्णन किया जायेगा| ताकि आने वाले पीड़ी को भी पता रहे की सिंधी समाज का स्वतंत्र में कितना योगदान था|

3. 1614 वर्ग फ़ीट में सिंधी समाज का गौरव बढ़ाने के लिए सिंधी समाज का संग्रालय बनाया जायेगा| साथ ही प्रदेश के अलग-अलग बाहुल्य जगहों पर शहीद हेमू कालाणी की प्रतिमा लगायी जाएगी|

कार्यक्रम में सिंधी समाज के कलाकारों के द्वारा प्रदर्शनी का आयोज़ंन किया गया था| प्रदर्शनी में अखंड भारत या स्वतंत्रा के पहले की भारत की झलकियां थी| सिंधी समाज के कलाकारों ने सिंध प्रांत में निवासरत सिंधी समाज के लोगों की जीवनशैली, सभ्यता, संस्कृति का प्रदर्शन किया | साथ ही सैकड़ों साल पुरानी सिंधु घाटी की सभ्यता हड़प्पा संस्कृति और मोहनजोदड़ो की झलक भी दिखाई दी।

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