WB Panchayat Election Results 2023: पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में TMC ने किया विपक्ष को धराशायी, ममता बनर्जी ने हासिल की बड़ी जीत

विभिन्न दलों की ओर से वोट से छेड़छाड़ और हिंसा के आरोपों ने एसईसी को 696 सीटों पर पुनर्मतदान का आदेश देने के लिए मजबूर होना पड़ा.
WB Panchayat Election Results 2023
WB Panchayat Election Results 202312/07/2023

पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव 2023 में सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) भारी जीत की ओर अग्रसर दिख रही है. बीती रात भर हुई मतपत्रों की गिनती में टीएमसी को राज्य चुनाव आयोग ने अब तक घोषित परिणामों में अजेय बढ़त दे दी है.एसईसी के अनुसार, सत्तारूढ़ टीएमसी ने बुधवार सुबह 8 बजे तक 34,359 ग्राम पंचायत सीटों पर जीत हासिल कर ली है. साथ ही 752 सीटों पर आगे चल रही है.

वहीं, इसकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी 9,545 सीटें जीत चुकी है और 180 सीटों पर आगे चल रही है. कुल मिलाकर 63,229 ग्राम पंचायत सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं. सीपीआई (एम) ने 2,885 सीटें जीत ली हैं और 96 सीटों पर आगे चल रही है. कांग्रेस ने 2,498 सीटें जीतीं और 72 पर आगे चल रही है. 

मतगणना के दिन भी हुई बमबाजी
हालांकि, मतगणना काफी हद तक शांतिपूर्ण रही, लेकिन छिटपुट घटनाओं के कारण भांगर में बम फेंके गए, जहां चुनाव से पहले कई मौतें हुई थीं. मंगलवार की रात अनियंत्रित भीड़ पर केंद्रीय बलों और राज्य पुलिस द्वारा गोलीबारी की गई, जिसके चलते आईएसएफ समर्थकों और एक आईपीएस अधिकारी सहित पुलिसकर्मियों को चोटें आईं.

टीएमसी ने अब तक घोषित सभी 554 जिला परिषद नतीजों में भी जीत हासिल की है और 201 अन्य पर आगे चल रही है. इसके विपरीत बीजेपी ने 19 सीटें जीत ली हैं और 7 सीटों पर आगे चल रही है. 8 जुलाई को हुए पंचायत चुनावों में हुई हिंसा में कम से कम 15 लोगों की जान चली गई, जिनमें से 11 सत्तारूढ़ दल टीएमसी के थे. पिछले महीने चुनावों की घोषणा होने के बाद से चुनाव संबंधी हिंसा में मरने वालों की संख्या 33 हो गई है, जिसमें से 60 प्रतिशत मौतें सत्ताधारी पार्टी को हुई हैं.

बंगाल चुनाव आयोग ने कई बूथों पर कराया था पुनर्मतदान
विभिन्न दलों की ओर से वोट से छेड़छाड़ और हिंसा के आरोपों ने एसईसी को 696 सीटों पर पुनर्मतदान का आदेश देने के लिए मजबूर किया, जो कमोबेश शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ. कलकत्ता हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के कारण चुनाव और मतगणना दोनों दिनों में केंद्रीय पुलिस बलों की तैनाती देखी गई.

The mainstream media establishment doesn’t want us to survive, but you can help us continue running the show by making a voluntary contribution. Please pay an amount you are comfortable with; an amount you believe is the fair price for the content you have consumed to date.

happy to Help 9920654232@upi 

Buy Website Traffic
logo
The Public Press Journal
publicpressjournal.com