नीचे गहरी नदी थी, जो बारिश की वजह से उफान पर है।
इनमें से दो लोगों को मंगलवार देर रात रेस्क्यू किया गया था। लेकिन, तेज बारिश और अंधेरे की वजह से रात को ऑपरेशन रोक दिया गया था। बुधवार तड़के ही रेस्क्यू ऑपरेशन फिर शुरू किया गया। पाकिस्तान के केयरटेकर प्राइम मिनिस्टर अनवार-उल-हक काकड़ ने खैबर सरकार और फौज को तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के आदेश दिए थे।
लोगों को बचाने के लिए दोगुना जोखिम था
‘जियो न्यूज’ के मुताबिक- जिस केबल पर मंगलवार सुबह से कार फंसी थी, उसी पर एक और छोटी कार को लगाया गया। इससे फंसे लोगों को खाना और पानी भेजा गया। इसके बाद दोनों केबल को बिल्कुल करीब लाकर एक-एक करके दो लोगों को निकाला गया। हालांकि, एक्सपर्ट्स ने इसे बहुत खतरनाक और ज्यादा जोखिम वाला तरीका बताया था।
इसकी वजह यह है कि यह केबल पहले ही डैमेज है और अगर इस पर ज्यादा लोड डाला जाता तो बाकी बचे वायर्स भी टूट सकते थे। रेस्क्यू टीम का कहना था कि बाकी सभी तरीके अब तक नाकाम रहे हैं और इसके अलावा दूसरा तरीका फिलहाल नहीं है।
ये हादसा कैसे हुआ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना अलाई तहसील की है। इस राज्य में 10 साल तक इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) की सरकार रही, लेकिन अब तक नदी पर ब्रिज नहीं बन सका है। मंगलवार को यहां के दो टीचर और 6 स्टूडेंट स्कूल के लिए निकले। ये लोग रोज इसी केबल कार के जरिए घाटी और नदी पार करके जाते हैं।
इस केबल कार को एक प्राइवेट कंपनी ऑपरेट करती है। मंगलवार को जैसे ही केबल कार घाटी के बीच में पहुंची तो इसमें लगी केबल्स का एक बार टूटकर मुड़ गया और इसकी वजह से कार रुक गई। फिलहाल, नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने फौज से मदद मांगी है। इसके लिए दो हेलिकॉप्टर भेजे गए।
केबल कार में मौजूद एक शख्स ने बमुश्किल फोन से संपर्क किया। उसने कहा कि एक नहीं, बल्कि दो वायर टूटे हैं। केबल कार में मौजूद एक और टीचर जफर इकबाल ने कहा- इस इलाके के 150 बच्चे रोज इसी केबल कार के जरिए स्कूल जाते हैं। इस इलाके में न तो सड़कें हैं और न ब्रिज।
खतरा बहुत ज्यादा
‘जियो न्यूज’ से बातचीत में पाकिस्तान एयरफोर्स के पूर्व पायलट सैयद जावेद ने बताया था- केबल कार में फंसे हुए लोगों को रेस्क्यू करने के लिए चलाया जा रहा ऑपरेशन अपने आप में भी खतरनाक है। हेलिकॉप्टर के विंग्स से जो तेज हवा निकलती है, वो बचे हुए केबल वायर्स को भी डैमेज कर सकती है।
जावेद ने खराब मौसम को लेकर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि इस इलाके में मौसम अकसर खराब हो जाता है। हमारे हेलिकॉप्टर साफ मौसम में तो ऑपरेशन कर सकते हैं, लेकिन मौसम खराब हुआ तो हेलिकॉप्टर भी कुछ नहीं कर सकेंगे। खुद इनके लिए खतरा पैदा हो जाएगा।
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