
दिल्ली में एक बार फिर पोस्टरबाजी शुरू हो गई है। गुरुवार को दिल्ली के कई इलाकों में नए पोस्टर लगे दिखे। इन पोस्टर्स में लिखा था कि क्या भारत के प्रधानमंत्री पढ़े-लिखे होने चाहिए? बता दें कि सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) की ओर से कुछ दिन पहले राष्ट्रीय राजधानी में ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ पोस्टर लगाए गए थे।
गुरुवार को दिल्ली में लगाए गए पोस्टर में पीएम मोदी को उनकी शैक्षणिक योग्यता पर निशाना साधते हुए पूछा गया कि क्या भारत के पीएम को पढ़े लिखे होना चाहिए? कहा जा रहा है कि ये पोस्टर दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के दफ्तर के बाहर भी ये पोस्टर लगाया गया है।
बता दें कि आम आदमी पार्टी आज देश भर के राज्यों में पोस्टर प्रदर्शित करेगी। पार्टी की सभी राज्य इकाइयों को अपने-अपने राज्यों में पोस्टर चिपकाने के लिए कहा गया है। पोस्टर 11 भाषाओं में छपे हैं। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इसकी जानकारी दी है।
बता दें कि पिछले हफ्ते ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ’ वाले पोस्टर राष्ट्रीय राजधानी में दीवारों और बिजली के खंभों पर दिखे थे, जिसके बाद पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया था। राष्ट्रीय राजधानी में पीएम मोदी को हटाने की मांग करने वाले हजारों पोस्टर मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने 100 से अधिक प्राथमिकी दर्ज की थी।
पोस्टरबाजी मामले में छह लोगों की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर निशाना साधा था। केजरीवाल ने कहा था कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अंग्रेजों ने भी उनके खिलाफ पोस्टर लगाने वालों को गिरफ्तार नहीं किया। आप ने केंद्र सरकार पर “तानाशाही” का आरोप लगाया और पूछा कि पोस्टरों के बारे में क्या आपत्तिजनक है।
आम आदमी पार्टी के ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा गया कि मोदी सरकार की तानाशाही चरम पर है। इस पोस्टर में ऐसा क्या आपत्तिजनक है कि मोदी जी ने 100 एफआईआर दर्ज कर दी? पीएम मोदी, आप शायद नहीं जानते, लेकिन भारत एक लोकतांत्रिक देश है। एक पोस्टर से इतना डर गए! क्यों?
भाजपा ने जवाबी कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय राजधानी में ”केजरीवाल हटाओ, दिल्ली बचाओ” के पोस्टर चिपकाए थे। पोस्टरों में केजरीवाल को “बेईमान, भ्रष्ट तानाशाह” बताया गया था और “अरविंद केजरीवाल हटाओ, दिल्ली बचाओ” का नारा दिया गया था।
अपने पोस्टरों पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘मुझे कोई दिक्कत नहीं है। कोई भी पोस्टर लगा सकता है। अगर लोग खुश हैं, तो वे मेरी सराहना करेंगे, अगर नहीं, तो वे मेरे खिलाफ पोस्टर लगा सकते हैं।”
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि “मोदी हटाओ, देश बचाओ” पढ़ने वाले पोस्टर के संबंध में गिरफ्तार किए गए लोगों को रिहा किया जाए।
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