. टेस्ला के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क ने मंगलवार को कहा कि इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी भारत में ‘जितनी जल्दी संभव हो सके’ निवेश करना चाहता है. तीन दिवसीय राजकीय यात्रा पर अमेरिका पहुंचे पीएम मोदी से मुलाकात के बाद मस्क ने ये बात कही. एक सूत्र ने पहले रॉयटर्स को बताया था कि मस्क भारत में विनिर्माण केंद्र स्थापित करने की योजना के बारे में पीएम मोदी को जानकारी देंगे.
भारत में टेस्ला की निवेश करने की योजना के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर मस्क ने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि टेस्ला भारत में होगी और यह जल्द से जल्द मुमकिन होगा.’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और उम्मीद है कि हम निकट भविष्य में कुछ घोषणा करने में सक्षम होंगे.’
समाचार एजेंसी एएनआई के एक वीडियो के अनुसार, मस्क ने कहा कि वह पीएम मोदी के ‘प्रशंसक’ हैं और प्रधानमंत्री ने कई साल पहले कैलिफोर्निया में एक टेस्ला कारखाने का दौरा किया था. उन्होंने कहा, ‘मैं भारत के भविष्य को लेकर अविश्वसनीय रूप से उत्साहित हूं. भारत में दुनिया के किसी भी बड़े देश की तुलना में अधिक संभावनाएं हैं. पीएम मोदी वास्तव में भारत के बारे में परवाह करते हैं क्योंकि वह हमें भारत में जरूरी निवेश करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, जो कुछ ऐसा है जो हम करना चाहते हैं. हम सिर्फ सही समय की तलाश में है
उन्होंने कहा कि भारत में सौर ऊर्जा, स्टेशनरी बैटरी पैक्स और इलेक्ट्रिक वाहनों सहित एक सतत ऊर्जा भविष्य के लिए मजबूत क्षमता है. स्पेसएक्स के सीईओ मस्क ने कहा कि उन्हें भारत में भी स्टारलिंक उपग्रह इंटरनेट सेवा लाने की उम्मीद है. टेस्ला के अधिकारियों ने पिछले महीने भारत का दौरा किया था और यहां कारों एवं बैटरी के लिए मैन्युफैक्चरिंग बेस स्थापित करने पर भारतीय नौकरशाहों और मंत्रियों के साथ बातचीत की थी.
मस्क ने पिछले महीने कहा था कि टेस्ला शायद इस साल के अंत तक एक नए कारखाने के लिए एक स्थान चुन लेगी. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि नए प्लांट के लिए भारत एक दिलचस्प जगह हो सकती है. मस्क ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद कहा कि वे अगले साल फिर से भारत आने की योजना बना रहा हैं.
ट्विटर के मालिक मस्क के साथ पीएम मोदी की मुलाकात ऐसे समय में हुई है, जबकि कुछ दिन पहले ही ट्विटर के सह-संस्थापक जैक डोर्सी ने भारत पर आरोप लगाया था कि 2020-2021 के किसान आंदोलन के दौरान कंपनी को कुछ कंटेंट हटाने के आदेशों का पालन नहीं करने के लिए बंद करने की धमकी मिली थी, हालांकि भारत ने आरोप को ‘पूरी तरह से झूठा’ बताया है.
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