पिछली लहर से ज्यादा खतरनाक होगी नई वेव
चीन ने करीब 6 महीने पहले जीरो कोविड पॉलिसी हटा दी थी। चाइना सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक, XBB म्यूटेंट की संक्रमण दर फरवरी में 0.2% से बढ़कर अप्रैल के अंत में 74.4% और फिर मई की शुरुआत में 83.6% हो गई है। नानशान ने कहा- कोरोना की ये नई लहर पिछले साल के अंत में आई लहर से ज्यादा खतरनाक और तेजी से संक्रमण फैलाने वाली होगी। इसे देखते हुए ही सरकार ने 2 नई वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। ये जल्द ही बाजार में उपलब्ध होंगी। इसके अलावा 3-4 और वैक्सीन की टेस्टिंग जारी है।
XBB वैरिएंट के हिसाब से बूस्टर वैक्सीन बनाने की सलाह
एक्सपर्ट के मुताबिक, चीन ज्यादा असरदार टीके बनाने में दूसरे देशों से आगे चल रहा है। वहीं WHO के एक एडवाइजरी ग्रुप ने सभी देशों को कोरोना की बूस्टर वैक्सीन XBB वैरिएंट के हिसाब से तैयार करने की सलाह दी है। WHO ने कहा- नई वैक्सीन को इस हिसाब से बनाया जाना चाहिए कि वो XBB.1.5 और XBB.1.16 वैरिएंट के मुकाबले के लिए एंटीबॉडीज बना सके।
चीन में कोरोना की नई लहर आ गई है। कोरोना के XBB वैरिएंट से बचने के लिए चीन तेजी से वैक्सीन बनाने में जुट गया है। नई लहर के चलते जून के अंत तक चीन में हर हफ्ते कोरोना के साढ़े 6 करोड़ से ज्यादा मामले सामने आ सकते हैं। ग्वांगडोंग प्रांत के ग्वांगझू में चल रही 2023 ग्रेटर बे एरिया साइंस फोरम में चीन के टॉप रेस्पिरेटरी एक्सपर्ट झोंग नानशान ने ये दावा किया है।
उन्होंने बताया कि चीन इस वैरिएंट से निपटने के लिए 2 नई वैक्सीन पर काम कर रहा है। नानशान ने बताया कि XBB ओमिक्रॉन का ही एक वैरिएंट है। एक्सपर्ट्स को पहले ही अप्रैल के अंत और मई की शुरुआत में कोरोना की एक छोटी लहर आने की आशंका थी। अनुमान के मुताबिक, मई के अंत तक चीन में इस वैरिएंट की वजह से हर हफ्ते करीब 4 करोड़ केस आएंगे। इसके बाद जून में केस पीक पर होंगे।
दूसरी तरफ, पेकिंग यूनिवर्सिटी फर्स्ट हॉस्पिटल के एक्सपर्ट वांग गुआंगफा ने बताया कि इस लहर को लेकर ज्यादा चिंता नहीं है। इसके लक्षण मामूली ही होंगे और अस्पतालों में मरीजों की संख्या में भी ज्यादा इजाफा नहीं होगा। हालांकि, जिनकी इम्यूनिटी वीक है या जो पहले से ही किसी बीमारी का सामना कर रहे हैं, उन्हें सतर्क रहने की जरूरत है।
WHO ने कहा- कोरोना का खतरा टला नहीं
हाल ही में WHO के गवर्नर जनरल टेड्रोस एडनम घेब्रेयसस ने अगली महामारी को लेकर चेतावनी जारी की थी। उन्होंने कहा था कि कोरोना भले ही अब ग्लोबल इमरजेंसी नहीं है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि इससे अब कोई खतरा नहीं है। दुनिया में अगली महामारी जरूर आएगी और ये कोवि़ड-19 से भी ज्यादा खतरनाक हो सकती है। ऐसे में हमें अभी से तैयारी करनी होगी।
भारत में 27 जनवरी 2020 को आया था पहला केस
कोविड से दुनिया में करीब 70 लाख लोग मारे गए। 30 जनवरी 2020 को इसे ग्लोबल इमरजेंसी डिक्लेयर किया गया था। कोविड से सबसे ज्यादा लोग अमेरिका में मारे गए थे। भारत में इसका पहला केस केरल में 27 जनवरी 2020 को मिला था। आउटब्रेक इंडिया के मुताबिक, देश में अभी तक कोरोना के 4.49 करोड़ से ज्यादा केस आ चुके हैं। वायरस से 5.31 लाख से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। वहीं, वैक्सीनेशन का आंकड़ा 220 करोड़ पार कर चुका है।
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