अगले 10 दिनों में जयपुर शहर के बदहाल फुटपाथ, बरामदों, सड़कों में बने गड्ढों, डिवाइडर्स और सड़क पर बनी लोहे की रेलिंग की मरम्मत कर उन्हें दुरुस्त किया जाएगा।
वहीं शहर में जगह-जगह नजर आने वाले आवारा पशुओं को पकड़ा जाएगा। साथ ही, दीवारों और खंभों पर लगे बैनर पोस्टर हटाकर परकोटे की बदहाल हो चुकी दीवारों पर रंग रोगन किया जाएगा। ताकि दुनियाभर से जयपुर आने वाले मेहमानों को शहर की एक स्वच्छ तस्वीर पेश की जा सके।
दरअसल, 14 जुलाई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जयपुर दौरे पर आ रही हैं। वहीं 29 से 31 जुलाई तक जयपुर में G-20 समिट का आयोजन किया जा रहा है।
एक्टिव मोड में नगर निगम हेरिटेज
इसमें शामिल होने के लिए दुनियाभर के अलग-अलग देशों से पॉलिटिशियन और ब्यूरोक्रेट्स जयपुर पहुंचेंगे। ऐसे में जयपुर की बदहाल स्थिति को लेकर आला अधिकारियों की फटकार के बाद नगर निगम हेरिटेज कमिश्नर राजेंद्र सिंह शेखावत एक्टिव मोड में आ गए हैं।
उन्होंने उपायुक्त स्वास्थ्य आशीष कुमार को निर्देश दिए हैं कि जी-20 सम्मेलन तक प्रत्येक कचरा डिपो पर एक कर्मचारी और एक हूपर तैनात रहे।
ताकि कचरा समय पर उठता रहे और साफ सफाई नजर आए। वहीं, उपायुक्त सतर्कता मनीषा यादव को अस्थायी अतिक्रमण हटाने और थड़ी ठेलों को जब्त करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति की यात्रा और जी-20 सम्मेलन के पूरे होने तक एक भी पशु सड़क पर नजर आया तो जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ सख्त करवाई होगी।
अस्थाई अतिक्रमण हटाने के आदेश
शुक्रवार को हुई बैठक में शेखावत ने नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा कि शहर की सभी सार्वजनिक इमारतों, चौराहों, मार्गों और ऐतिहासिक स्मारकों पर अंग्रेजी के साइन बोर्ड लगाए जाएं। वहीं जल महल की पाल से अस्थाई अतिक्रमण को हटाकर सौंदर्यीकरण का काम किया जाए।
वहीं शनिवार को भी उन्होंने आगामी आयोजन के संबंध में अधिकारियों से फीडबैक ली। इसके साथ ही वहां गार्ड भी तैनात रहें ताकि कोई भी व्यक्ति गंदगी और अतिक्रमण ना कर सके।
उन्होंने अधिकारियों को अगले 10 दिन तक छुट्टियों को भुलाकर शहर के बिगड़े हालत दुरुस्त करने के आदेश दिए हैं। इसके लिए उन्होंने विभाग-वार जिम्मेदारी भी बांट दी है। साथ ही, अधिकारियों और कर्मचारियों को कहा है कि अगर इस 31 जुलाई तक किसी ने भी अपने काम में लापरवाही बरती तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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