G-20 Meet In Kashmir: कश्मीर में जी-20 की बैठक से इन 5 देशों को हो रही परेशानी, बिलावल को जनता से मिली नसीहत

G-20 Meet In Kashmir: जी-20 में भारत की धाक देखकर चीन और पाकिस्तान को मिर्ची लगना लाजमी है. बिलावल ने तो इसके खिलाफ मुहिम छेड़ दी लेकिन उनको अपनी ही अवाम ने आइना दिखा दिया.
G-20 Meet In Kashmir: These 5 countries are facing problems due to G-20 meeting in Kashmir, Bilawal got advice from the public
G-20 Meet In Kashmir: These 5 countries are facing problems due to G-20 meeting in Kashmir, Bilawal got advice from the public 23/05/2023

G-20 Meet In Kashmir: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में टूरिज्म पर जी-20 के वर्किंग ग्रुप की बैठक हो रही है. स्वागत के लिए श्रीनगर दुल्हन की तरह सजा है. शहर की दीवारों पर जी-20 की ताकत की झलक दिख रही है. 24 मई तक 180 विदेशी मेहमान श्रीनगर में हो रही जी-20 सम्मेलन की शान बढ़ाएंगे. भारत की अंतरराष्ट्रीय धाक देखकर चीन और पाकिस्तान के होश उड़े हुए हैं

जी-20 से 5 देशों को लगी मिर्ची

बिलावल भुट्टो तो इस बैठक के खिलाफ विलाप करने के लिए पीओके पहुंच गए और खूब जहर उगला. सिर्फ पाकिस्तान और चीन ही नहीं, कुछ और देशों को भी मिर्ची लगी है. इनमें पाकिस्तान का धार्मिक आका तुर्किए शामिल है. चौथे नंबर पर सउदी अरब है तो पांचवां नंबर मिस्र का आता है. ये पांचों देश जी-20 की सख्त मुखालफत कर रहे हैं.

चीन की सपोर्ट पाकर पाकिस्तानी विदेश मंत्री पाकिस्तान के अनधिकृत कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जी-20 का विरोध करने के निकल पड़े. बिलावल ने सोचा होगा कि मुल्क के खराब हालात से शायद जनता का ध्यान कुछ हटा सकेंगे लेकिन पाकिस्तान की अवाम ने उनको ही आइना दिखा दिया. 

पाकिस्तानी हुक्मरानों को अवाम की नसीहत

पाकिस्तानी मीडिया ने जब वहां के लोगों से जी-20 के विरोध पर उनकी राय पूछी तो ऐसा जवाब दिया जिसे सुनकर पाकिस्तान के हुक्मरान भी हैरान रह जाएंगे. लोगों ने कहा कि आप भारत के कश्मीर को देखें तो पता चलता है कि वह किस तरह से तरक्की कर रहा है. भारत वहां किस तरह के प्रोजेक्ट लगा रहा है. वहीं, हम पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को देखें तो हमें यहां से जो कमाना था, वो भी हम न के बराबर कमा रहे हैं. हमें कश्मीर की जिद छोड़नी चाहिए.

एक पाकिस्तानी शख्स ने देश के हुक्मरानों को नसीहत देते हुए कहा पहले जो बड़ी ताकतें थीं, वे पाकिस्तान को अपना गुलाम समझती थीं. अब सउदी अरबिया और यूएई भी आपको गुलाम समझते हैं. आपकी अंदरूनी लड़ाई इतनी ज्यादा है कि आप कश्मीर का मुकदमा पहले ही हार चुके हैं. हमारे (पाकिस्तानी) वित्त मंत्री कह रहे हैं कि सरकारी कर्मचारियों का इंक्रीमेंट भी तब देंगे जब आईएमएफ बजट अप्रूव करेगा. तो कोई मुल्क आपकी लड़ाई क्यों लड़ेगा.

बिलावल के तजुर्बे पर उठाया सवाल

पाकिस्तानी विदेश मंत्री कोशिश तो खूब कर रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुनता ही नहीं. उनका पाला पीएम मोदी जैसे अनुभवी और दुनिया भर में लोकप्रिय नेता से है. ये बात पाकिस्तान के लोग तक जान रहे हैं. वहां, के बिलावल भुट्टे की क्षमता पर सवाल उठाते हुए वहां के लोग कहते हैं कि बिलावल ने पूरी उम्र इंग्लैंड में गुजारी है. उनको सही तरह से उर्दू भी नहीं आती, वो हमारे मुद्दों को कैसे उठाएंगे. पाकिस्तान की जनता का कहना है कि हमें भारत का विरोध नहीं करना चाहिए. क्योंकि भारत से पाकिस्तान की कोई बराबरी नहीं है. पाकिस्तान गुलामी की ओर जा रहा है. पाकिस्तानी जनता सेना से भी तंग है और कह रही है कि जनरल अयूब से लेकर जनरल आसिम मुनीर तक, कोई भी संविधान और कानून को नहीं मानता और अपनी मनमानी कर रहे हैं.

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