शिक्षा मंत्री बोले-मैं ईश्वर के खिलाफ नहीं:मैंने कहा तो मेरी जीभ की कीमत दस करोड़ हो गई; भागवत तो बोलते रहते हैं

मैंने कहा है तो मेरी जीभ की कीमत दस करोड़ हो गई। मोहन भागवत तो इस तरह के बयान देते रहते है..उन्होंने दो बार तो मेरे बयानों का भी समर्थन किया है। ये कहना है बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर का। शिक्षा मंत्री बुधवार को सीतामढ़ी में श्री राधे कृष्ण गोयनका कॉलेज के कार्यक्रम में पहुंचे थे, जहां उन्होंने ये बयान दिया।
Education Minister said - I am not against God: When I said so, the value of my tongue became ten crores; Bhagwat keeps saying
Education Minister said - I am not against God: When I said so, the value of my tongue became ten crores; Bhagwat keeps saying21/09/2023

उन्होंने कहा कि मैं कब भगवान के खिलाफ हो गया। कहीं भी वक्तव्य में देखिए। मैं भगवान, ईश्वर के खिलाफ नहीं बोलता। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा की भगवान और ईश्वर के खिलाफ कहीं भी बोला हूं तो वे मुझे दिखा दें। मैं भगवान के खिलाफ बिल्कुल नहीं हूं।

शिक्षा मंत्री ने रामचरितमानस की तुलना पोटेशियम साइनाइड से की थी। इसके बाद से बीजेपी लगातार उन पर हमलावर है।

उन्होंने आगे कहा कि मैं यहां आया हूं, शिक्षा के मंदिर में। मैंने जो बोला है आप लोगों ने सुना है। शैक्षणिक वातावरण में शिक्षा का काम करने आया हूं। मुझे पता है पूरी मीडिया क्या चलाना चाहती है। कॉर्पोरेट घरानों के हाथ से बिकी हुई मीडिया क्या चलाना चाहती है इसलिए आपके पास कुछ बोलने से रहा।

'70 हजार शिक्षकों का बहाली की स्वीकृति की सहमति हुई'

शिक्षा मंत्री ने कहा कि बिहार में दो-तीन महीने में होने वाली करीब ढ़ाई लाख शिक्षकों की बहाली विश्वस्तरीय कीर्तिमाकन होगा। माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों की मी को पूरा करने के लिए कैबिनेट में अलग से लगभग 70 हजार शिक्षकों का बहाली की स्वीकृति की सहमति हुई है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने पूरी पारदर्शिता के साथ बिना किसी शिकायत के बीपीएससी की माध्यम से शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित कराई है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की प्रशंसा की।

उन्होंने कहा कि उच्चत्तर संस्थानों में उच्चत्तर शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए सरकार प्रयासरत है, लेकिन मामला न्यायालय वादों में फंसा है। इसके कारण छह महीने से बहाली नहीं हो सकी है।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि थोड़ा सा धीरज रखें। उच्चतर संस्थानों में हजारों शिक्षकों की बहाली होनी है। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है इस लिए बेहतर शिक्षकों की बहाली कर ली है।

शिक्षा मंत्री ने किए बड़े ऐलान

उन्होंने कहा कि 90 के दशक के तहत फिर राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों में व्याख्याताओं की बहाली के लिए राज्य सरकार बेट की परीक्षा आयोजित करेगी। इसकी तैयारी चल रही है। राज्य में पहली बार मुख्यमंत्री के प्रयास से शोधार्थी छात्रों के आर्थिक कमी को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना शुरू होने जा रही है।

इसकी स्वीकृति उच्च शिक्षा परिषद की बैठक में मिल गई है। वहीं अतिविशिष्ट अतिथि सूचना प्रावैद्यिकी विभाग मंत्री मो. इसराइल मंसूरी ने कहा कि भारत में शासन, लोकतंत्र और विकास, तीनों एक दूसरे के पूरक हैं।

The mainstream media establishment doesn’t want us to survive, but you can help us continue running the show by making a voluntary contribution. Please pay an amount you are comfortable with; an amount you believe is the fair price for the content you have consumed to date.

happy to Help 9920654232@upi 

Buy Website Traffic
logo
The Public Press Journal
publicpressjournal.com