Biparjoy Cyclone Live: 8000 लोगों और 2 लाख जानवरों को सुरक्षित जगह ले जाया गया, खतरनाक तरीके से आगे बढ़ रहा बिपरजॉय

आईएमडी ने 15 जून को कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है. एक अधिकारी ने बताया कि आसन्न चक्रवात के मद्देनजर, एनडीआरएफ ने एहतियात के तौर पर मुंबई में दो अतिरिक्त दलों को तैनात किया है.
Biparjoy Cyclone Live
Biparjoy Cyclone Live13/06/2023

चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ के गुजरात की ओर बढ़ने के साथ ही तटीय जिले सौराष्ट्र और कच्छ में लाखों लोगों के लिए ये सप्ताह काफी भयानक होने वाला है.  चक्रवात के पूरी तरह से पहुंचने में अभी देरी है, लेकिन इसने अपना असर दिखाना अभी से शुरू कर दिया है. इन क्षेत्रों में पेड़ों को उखाड़ने वाली तेज हवाओं की वजह से दो बच्चों सहित तीन लोगों की मौत हो गई. भुज कस्बे में एक दीवार गिरने से दो चचेरे भाई-बहन (चार साल का लड़का और छह साल की लड़की) को अपनी जांन गंवानी पड़ी, जबकि राजकोट के जसदण तालुका में स्कूटर पर एक बड़े पेड़ के गिरने से पति के साथ पिछली सीट पर बैठी एक महिला की मौत हो गई.

एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की एक-एक टीम को चक्रवात से प्रभावित होने वाले संभावित स्थानों पर तैनात किया गया है. एनडीआरएफ की एक और टीम को ओखा बंदरगाह पर तैनात किया जाना है. लगभग 250 व्यक्तियों को अस्थायी आश्रय घरों में स्थानांतरित कर दिया गया है. गुजरात के द्वारका जिले के कार्यकारी मजिस्ट्रेट ने चक्रवात ‘बिपरजॉय’ की तैयारी के संबंध में कहा कि एहतियात के तौर पर, पर्यटकों और स्थानीय आबादी को गोमती घाट, शिवराजपुर समुद्र तट, बेट द्वारका और अन्य तटीय क्षेत्रों में जाने से प्रतिबंधित कर दिया गया है।

बिपरजॉय’ चक्रवाती तूफान के मद्देनजर कच्छ में अब तक 8,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इसके अतिरिक्त, कच्छ में केंद्रीय मंत्री डॉ मनसुख मांडविया के अनुसार, 1.5 से 2 लाख छोटे और बड़े जानवरों को ऊंचे स्थानों पर ले जाया गया है.

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के आगे बढ़ने की गति तेज हो गई है. वह अब 12 किमी प्रति घंटा की स्पीड से आगे बढ़ रहा है, जिसकी स्पीड 6 घंटे पहले 5 किमी प्रति घंटे थी. चक्रवाती तूफान अभी देवभूमि द्वारका से 280 किमी, पोरबंदर से 300 किमी, जखाउ पोर्ट से 310 किमी और नालिया से 330 किमी दूर है और यह तेजी से उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है. मौसम विभाग (आईएमडी) के मुतबिक, 15 जून को ‘बिपरजॉय’ 125 से 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरात के तट से टकराएगा. आईएमडी ने 13 जून के लिए येलो अलर्ट, 14 जून को ऑरेंज एलर्ट और 15 जून के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.

गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने अहमदाबाद में संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रही है कि इस चक्रवात से कोई जनहानि न हो. पांडे ने बताया कि बचाव अभियान मंगलवार से दो चरणों में शुरू किया जाएगा और सबसे पहले समुद्र तट से पांच किलोमीटर तक की दूरी पर रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा. उन्होंने बताया कि इसके बाद तट से पांच से 10 किलोमीटर की दूरी पर रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा और इस दौरान बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को प्राथमिकता दी जाएगी.

चक्रवात ‘बिपरजॉय’ के गुजरात के तटीय क्षेत्र के पास कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगार के निकट पहुंचने की संभावना के मद्देनजर मंगलवार को बचाव अभियान को और तेज किया जाएगा और सरकार तट से 10 किलोमीटर के इलाके में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएगी. कच्छ, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, जामनगर, जूनागढ़ और मोरबी तटीय जिलों के प्राधिकारियों ने तटरेखा के निकट रह रहे लोगों को किसी सुरक्षित जगह ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. उन्होंने बताया कि तट से 10 किलोमीटर के इलाके में रह रहे हजारों लोगों को मंगलवार से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा

गुजरात में संभावित चक्रवाती तूफान को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को अहम बैठक करेंगे जिसमें गुजरात के 8 संसदीय क्षेत्र के सांसद शामिल होंगे. बैठक में इस बात पर चर्चा होगी कि राहत बचाव कार्य के लिए किस तरीके से प्रभावित होने वाले इलाके तैयार हैं और किस स्तर पर उनको केंद्र से मदद की जरूरत है. यह बैठक आज शाम 3:00 बजे गृह मंत्रालय में होगी. इससे पहले सोमवार को इस तूफान को लेकर कैबिनेट सेक्रेटरी की बैठक हुई थी.

सोमवार देर रात को हुई मॉनसून की पहली बारिश से ही पूर्वी बेंगलुरु के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ गई. आईटी कंपनियों की आबादी वाले कई अन्य प्रमुख क्षेत्रों में मराठाहल्ली, वरथुर और मुख्य सड़कें सोमवार को बारिश से प्रभावित हुईं. लगातार मॉनसून की बारिश के बाद पिछले साल सितंबर में इन्हीं इलाकों में बाढ़ आ गई थी, जिससे घरों और लग्जरी विला के साथ ही आईटी कंपनियों को नुकसान हुआ था.

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