CM की सुरक्षा में बड़ी चूक:लखनऊ में फ्लीट 2 मिनट तक ठहरी रही, RSS की बैठक में शामिल होने जा रहे थे; रिपोर्ट तलब

लखनऊ में सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की समन्वय बैठक में शामिल होने के लिए जाते वक्त CM की फ्लीट गड्‌ढे में फंस गई। यहां करीब 2 मिनट तक काफिला रुका रहा। मुख्यमंत्री ने खुद वजह पूछी, तो सड़क पर गड्‌ढे होने की बात सामने आई।
Big lapse in CM's security: Fleet stopped in Lucknow for 2 minutes, was going to attend RSS meeting; call for report
Big lapse in CM's security: Fleet stopped in Lucknow for 2 minutes, was going to attend RSS meeting; call for report21/09/2023

2 मिनट के बाद उनकी फ्लीट रवाना की गई। ये जगह मटियारी चौराहा से कार्यक्रम स्थल के बीच में बताया गया है। योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद लखनऊ में पहली बार उनकी सुरक्षा में चूक सामने आई। फिलहाल गृह विभाग ने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है।

सबसे पहले मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था को समझते हैं...


जेड प्लस सुरक्षा में रहते हैं योगी
सीएम की सुरक्षा में तैनात रहे एक अधिकारी ने बताया कि देश में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा काफी हाईटेक है। योगी आदित्यनाथ दूसरी बार यूपी के CM बने हैं। वह हिंदुत्व के लोकप्रिय नेता भी हैं। जिन्हें कट्‌टरपंथी संगठनों से कई बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी है।

सीएम योगी के साथ हर समय NSG (नेशनल सिक्टयोरिटी गार्ड) के 25 कमांडो रहते हैं। यानी यदि इनकी शिफ्ट 8 घंटे की है, तो कुल मिलाकर 75 कमांडो तैनात हैं। यह ब्लैक वर्दी में रहते हैं। ब्लैक वर्दी पर बैज लगा होता है। इनके पास हाईटेक हथियार के साथ बुलेट प्रूफ जैकेट भी रहती है। यह कमांडो CRPF, ITBP के जवान होते हैं, जो हर स्थिति से निपटने के लिए ट्रेंड होते हैं। NSG कमांडो के अलावा यूपी आर्म्ड पुलिस के जवान भी शामिल होते हैं।

तो क्या रूट पहले से चेक नहीं हुआ
इस घटना के बाद सवाल उठ रहे हैं कि आखिर गड्ढे की वजह से सीएम योगी आदित्यनाथ का काफ़िला रुका क्यों? तो क्या इससे पहले सीएम के काफिले को क्लियर करने का जो रूट तय किया गया, उसको चेक नहीं किया गया। उसमें लापरवाही क्यों बरती गई। गृह विभाग ने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की है।

प्रदेश के पूर्व डीजीपी का कहना है कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के पास सुरक्षा का ऐसा चक्र है जो किसी अभेद किले से कम नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी के बाद सबसे मजबूत सुरक्षा उन्हें ही दी गई है। सीएम के पास जेड प्लस सुरक्षा है। सीएम योगी जिस गाड़ी से चलते हैं, वह बुलेट प्रूफ है।

सीएम की सुरक्षा में रहे एक अधिकारी का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा काफी हाईटेक है। देश के किसी भी राज्य के सीएम की ऐसी सुरक्षा व्यवस्था नहीं है।

अब तक सीएम योगी की सुरक्षा में चूक के तीन बड़े मामले पढ़िए...

जौनपुर में काले झंडे दिखाए
9 सितंबर 2022 : जौनपुर जिले में दौरे के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई थी। जौनपुर में मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को काला झंडा दिखाया गया था। इसे सीएम योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में चूक मानते हुए दो दरोगा समेत आठ पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए थे। जबकि काला झंडा दिखाने के दो आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया था। पढ़ें पूरी घटना...

बिजनौर में बीच शहर गाड़ी खराब हुई
4 सितंबर 2022 : बिजनौर दौरे पर पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ की फ्लीट की गाड़ी अचानक खराब हो गई। अंधेरे में गाड़ी खराब होने के बाद हड़कंप मच गया था। सुरक्षाकर्मियों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया और दूसरी गाड़ी में बैठाया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बिजनौर से दस किलोमीटर दूर महात्मा विदुर के ऐतिहासिक मंदिर में दर्शन करने करने पहुंचे थे। वहां पर दर्शन के बाद जब लौटकर वो डाक बंगला आ रहे थे, तभी बीच शहर में चौराहे के पास उनकी गाड़ी खराब हो गई थी।

बस्ती में असलहा लेकर कार्यक्रम में घुसा था युवक
19 अक्टूबर 2021 : बस्ती जिले में सीएम योगी के कार्यक्रम में एक युवक लाइसेंसी हथियार लेकर शामिल हुआ था। इस मामले में तत्कालीन बस्ती एसपी आशीष श्रीवास्तव ने चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था। दरअसल, बस्ती के अटल बिहारी प्रेक्षागृह में योगी पहुंचे थे। 14 सितंबर को यूपी पुलिस व एनएसजी का संयुक्त ऑपरेशन गांडीव-5 देखा था। विभिन्न सर्जिकल ऑपरेशंस की तैयारियों को परखा।

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10 जून 2022 को योगी आदित्यनाथ जेपी नड्डा को रिसीव करने गोरखपुर में गोरखनाथ मंदिर से एयरपोर्ट जा रहे थे। 11:30 बजे जैसे ही उनका काफिला एयरपोर्ट के बाहर पहुंचा, कई प्राइवेट गाड़ियां सीएम योगी की गाड़ी के सामने आ गई। सुरक्षा में तैनात कमांडो तुरंत गाड़ी के पास आ गए।

यूपी के सीएम की सुरक्षा में पिछले 7 महीने 4 बार चूक हो चुकी है। पहले हम इन मामलों को बताएंगे, फिर हम सीएम की सुरक्षा के बारे में जानेंगे। कितने कमांडो होते हैं? दूसरे राज्यों में सुरक्षा क्या होती है? ट्रैफिक कैसा होता है? आइए, शुरू करते हैं।

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