बंगाल पंचायत चुनाव-TMC ने BJP से 4 गुना सीटें जीतीं

पश्चिम बंगाल में ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषद चुनाव के वोटों की गिनती बुधवार को दूसरे दिन भी जारी है। टीएमसी बंपर बढ़त बनाए हुए है। ग्राम पंचायत में 34,359 सीटें जीत चुकी है।
बंगाल पंचायत चुनाव की काउंटिंग का दूसरा दिन
बंगाल पंचायत चुनाव की काउंटिंग का दूसरा दिन12/07/2023

वहीं भाजपा 9,545 सीटों पर जीत के साथ दूसरे नंबर पर है। पंचायत समिति और जिला परिषद में भी ममता की पार्टी आगे है।

इस बीच राज्य में चुनावी हिंसा का दौर थम नहीं रहा है। बीती रात साउथ 24 परगना के दो इलाकों में हिंसा की घटनाएं हुईं। इनमें 3 लोग मारे गए और SP घायल हो गए।

पहली घटना भांगर में हुई, जहां ISF और TMC के कार्यकर्ता भिड़ गए। यहां ISF के दो लोग मारे गए। परिवार का आरोप है कि हमलावर पुलिस की वर्दी में आए थे और उन्होंने ISF के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की।

दूसरी घटना यहां से 60-70 किमी दूर रायदिघी में हुई। यहां पर भाजपा और TMC की भिड़ंत हुई, जिसमें TMC का एक कार्यकर्ता मारा गया। इस तरह अब तक चुनावी हिंसा में राज्य में 42 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।


TMC ने जीतीं 29 हजार सीटें
पहले दिन की काउंटिंग में TMC ने पार्टी ने ग्राम पंचायत की 34,359 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि 752 सीटों पर आगे है। पंचायत समिति की 2,155 और जिला परिषद की 554 सीटें जीती हैं। इसके साथ ही चुनावों में TMC की जीत तय हो गई है।

भाजपा ने अब तक 9,545 सीटें जीत ली हैं और 180 सीटों पर आगे है। TMC ने भाजपा से चार गुना ज्यादा सीटें हासिल की हैं। ग्राम पंचायत में कांग्रेस 2,498 सीटें, CPI(M) 2,885 सीटें, जबकि अन्य पार्टियां 2,381 सीटें ही जीत पाई हैं।

आंशिक नतीजों में बढ़ते मिलते ही TMC कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। TMC समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों के साथ जुलूस निकाला। महिलाओं ने एक-दूसरे को हरे रंग का गुलाल लगाकर खुशी मनाई। दूसरी तरफ, बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांता मजूमदार ने नतीजों में गड़बड़ी का आरोप लगाया।

पहले दिन के नतीजे आने के बाद की तस्वीरें...रविशंकर प्रसाद बोले- ममता की राजनीति वाम दलों से बदतर
भाजपा की फैक्ट फाइंडिंग टीम के प्रमुख रविशंकर सिंह ने बुधवार को कहा कि ममता जी की राजनीति वाम दलों की राजनीति से भी बदतर हो गई है। उनकी राजनीति अत्याचारों से भरी क्यों हो गई है? हमें जवाब चाहिए। राज्य में हर चुनाव के दौरान कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ता है।

उन्होंने कहा कि भाजपा ने उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनावों में जीत दर्ज कराई थी, लेकिन तब राज्य में हिंसा के मामले नहीं देखे गए। फिर बंगाल में ऐसे मामले क्यों होते हैं? मैं उम्मीद करता हूं कि ममता बनर्जी हमारे चार सांसदों को हिंसा-प्रभावित इलाकों का दौरा करने देंगी। हम संसद के वरिष्ठ सदस्य हैं और हमें इन इलाकों में जाने का अधिकारी है।

8 जुलाई को हुआ था पंचायत चुनाव
पश्चिम बंगाल की 73,887 ग्राम पंचायत सीटों में से 64,874 पर 8 जुलाई को मतदान हुआ था। बाकी 9,013 सीटों पर उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया था। निर्विरोध चुने जाने वाले उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 8,874 तृणमूल कांग्रेस से हैं।

चुनाव के दौरान कई बूथों पर हिंसा और बूथ कैप्चरिंग की घटनाएं दर्ज हुई। इसके बावजूद 80.71% मतदान हुआ। शिकायतों के बाद चुनाव आयोग ने सोमवार (10 जुलाई) को 19 जिलों के 697 बूथों पर दोबारा वोटिंग करवाई। वोटिंग 69.85% हुई और हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई।

कहां कौन आगे...

1. ग्राम पंचायत: सीटें- 63229

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