एकनाथ शिंदे के सर्वे वाले विज्ञापन पर महाराष्ट्र में संग्राम, संजय राउत ने कसा तंज, बीजेपी ने भी दिया बयान

शिवसेना की तरफ से जारी विज्ञापन के बाद महाराष्‍ट्र का सियासी पारा चढ़ गया है. इसमें एकनाथ शिंदे को बतौर सीएम फेस देवेंद्र फडणवीस से ज्यादा पॉपुलर बताया गया है.
Battle in Maharashtra
Battle in Maharashtra 13/06/2023

महाराष्‍ट्र में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले एक विज्ञापन को लेकर एकनाथ शिंदे की शिवसेना और बीजेपी के बीच सबकुछ सही नहीं चलने के कयास लगाए जा रहे हैं. ताजा विवाद की वजह है महाराष्ट्र के अखबारों में छपा एक विज्ञापन, जोकि खुद शिवसेना (एकनाथ शिंदे) की पार्टी ने छपवाया है. इस विज्ञापन में सीएम एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस से ज्यादा लोकप्रिय बताया गया है.

इस सर्वे में दावा किया गया है कि महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे को सीएम पोस्ट के लिए 26.1 प्रतिशत लोग पसंद कर रहे हैं जबकि फडणवीस को 23.2 प्रतिशत लोग पसंद कर रहे हैं. वहीं राज्य में बीजेपी को पसंद करने वाले लोगों की संख्या 30.2 फीसदी बताई गई है तो वहीं शिंदे की पार्टी को 16.2 प्रतिशत और दोनों गठबंधन को 46.4 फीसदी लोगों की पसंद बताया है.

विज्ञापन पर सियासी घमासान

अखबारों में छपे इस फुल पेज विज्ञापन ने महाराष्‍ट्र में एक बार फिर से सियासी हलचल पैदा कर दी है. अब इसे लेकर तमाम विपक्षी दलों के नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं. विज्ञापन पर शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा, "यह विज्ञापन करोड़ों रुपए खर्च कर बनाया गया है. एकनाथ शिंदे शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे को भूल चुके हैं. शिवसेना ने अपना बुलबुला फोड़ दिया है. विज्ञापन में शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की तस्वीर नहीं ली गई. मोदी शाह से इतना डर? बाकी सर्वे.. फडणवीस आपका पसंदीदा विषय है."

विज्ञापन पर शिवसेना की सफाई

हालांकि, सियासी घमासान पैदा होता देख शिवसेना ने इससे बचने की पूरी कोशिश की है. शिवसेना नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री दीपक केसकर ने विज्ञापन को लेकर कहा, "गलती से किसी विज्ञापन में ऐसा हो गया होगा . अगर हम में कोई मतभेद होते तो हम साथ क्यों बैठते. इसमें शिंदे को बड़ा बनाने के बारे में नहीं सोचा गया था." इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि 2024 के विधानसभा चुनाव में 180 से शिवसेना BJP गठबंधन जीतेगा. 

विज्ञापन पर क्या बोली बीजेपी

वहीं, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने भी इस विज्ञापन पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "हमेशा चुनाव परिणाम तय करते हैं कि मतदाताओं को कौन सी पार्टी या नेता पसंद है. पहले शिंदे कैबिनेट मंत्री के रूप में लोकप्रिय थे और अब मुख्यमंत्री के रूप में उनकी स्वीकार्यता बढ़ी है. राज्य की जनता को फडणवीस, शिंदे और मोदी से बहुत अपेक्षाएं हैं."

कांग्रेस का एकनाथ शिंदे पर निशाना

कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने इसे ‘झूठा’ सर्वे करार दिया और कहा कि शिंदे ने अपने प्रचार के लिए इसका इस्तेमाल किया है. उन्होंने कहा, "चुनाव हो जाएं तो महा विकास आघाड़ी निश्चित रूप से महाराष्ट्र में 42 से अधिक लोकसभा सीटें और 200 से अधिक विधानसभा सीटें जीतेगी. शिंदे के बारे में एक नई कहानी लिखी जाएगी कि ‘एक समय कोई शिंदे होते थे...."

विज्ञापन में नहीं है बालासाहेब ठाकरे की तस्वीर

विज्ञापन में ऊपर शिवसेना का चुनाव चिह्न ‘तीर-कमान’ है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिंदे की तस्वीर है. विज्ञापन में शिवसेना संस्थापक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे की कोई तस्वीर नहीं है जबकि पहले शिवसेना के हर इश्तहार में ठाकरे की फोटो लगी होती थी. यही कारण है कि संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे को भूल चुके हैं. 

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