देशभर में अनंत चतुर्दशी और ईदमिलादुन्नबी आज:मुंबई के मुस्लिम संगठनों का फैसला- शुक्रवार को निकालेंगे ईद का जुलूस; दशलक्षण पर्व का भी समापन

देशभर में आज अनंत चतुर्दशी और ईदमिलादुन्नवी का पर्व मनाया जा रहा है। वहीं, आज जैन समाज के दशलक्षण पर्व का भी समापन हो रहा है। इस मौके पर हिंदू, जैन और मुस्लिम समाज के लोग जुलूस निकालेंगे।
Anant Chaturdashi and Eidmiladunnabi today across the country
Anant Chaturdashi and Eidmiladunnabi today across the country28/09/2023

उधर, मुंबई और आस-पास के जिलों में अनंत चतुर्दशी के चलते ईद का जुलूस शुक्रवार को निकाला जाएगा। मुस्लिम संगठनों ने यह फैसला पुलिस की अपील पर लिया है। राज्य सरकार ने गवर्नमेंट हॉलिडे भी बदलकर 29 सितंबर कर दिया है।

हिंदू धर्म के मुताबिक, गणेश चतुर्थी के दिन लोग अपने घरों में भगवान गणेश की प्रतिमा को स्थापित करते हैं। इसके 10 दिन बाद अनंत चतुर्दशी के दिन यानी आज भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। इसके साथ ही देशभर में पिछले 10 दिनों से चल रहे गणेश उत्सव का समापन हो जाएगा।

गणेश उत्सव के लिए महाराष्ट्र में खास तैयारियां की गई हैं। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए मुंबई में पुलिस के 19 हजार जवान तैनात किए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि ड्यूटी पर तैनाय पुलिसकर्मियों में 16,250 कांस्टेबल, 2,866 अधिकारी, 45 असिस्टेंट कमिश्नर, 25 डिप्टी कमिश्नर, 8 एडिशनल कमिश्नर और अन्य सीनियर अधिकारी शामिल हैं। इसके अलावा SRPF की 35 प्लाटून, रैपिड एक्शन फोर्स की एक कंपनी और शहर में कई जगहों पर होम गार्ड्स मौजूद रहेंगे।

महानगर के गिरगांव, दादर, जुहू, मार्वे और अक्सा समुद्र तटों सहित 73 स्थानों पर हजारों घरेलू और सार्वजनिक गणेश मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा। ‌BMC ने भी लोगों से विसर्जन के दौरान अंधेरे या एकांत क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की।

इसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था ईद-ए-मिलाद के लिए भी लागू रहेगी। एक अधिकारी ने बताया कि बृहन्मुंबई नगर निगम ने 1,337 लाइफगार्ड तैनात किए हैं। जिनमें 69 नेचुअल वॉटर बॉडीज में 1,035 और 200 कृत्रिम तालाबों में 302 लाइफगार्ड तैनात किए गए हैं। इसके अलावा नेचुअल वॉटर बॉडीज में 53 मोटरबोट की व्यवस्था की है।

वहीं, पुलिस की अपील पर विभिन्न मुस्मिल संगठनों अनंत चतुर्दशी के मद्देनजर गुरुवार की बजाय शुक्रवार को ईद-ए-मिलाद का जुलूस निकालने का फैसला किया है।

इसके अलावा 28 सितंबर को जैन समाज के दशलक्षण पर्व का भी समापन हो रहा है। इस दिन को जैन धर्म के दिगम्बर अनुयायियों के आदर्श अवस्था में अपनाए जाने वाले गुणों को दशलक्षण धर्म कहा जाता है। इस मौके पर जैन समाज के लोग भी जुलूस निकालेंगे।

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