
नासा के रोवर के साथ एक पत्थर देखने को मिल रहा था
यह पत्थर पर्सीवरेंस रोवर के पहिए में फंसा था
अब इस पत्थर ने पर्सीवरेंस रोवर का साथ छोड़ दिया है
वॉशिंगटन: मंगल पर नासा का पर्सीवरेंस रोवर जीवन के सबूत खोज रहा है। पिछले दो वर्षों से ये मंगल की सतह पर है। मंगल की सुंदर तस्वीरें ये रोवर धरती पर भेज रहा है। यहां कई पत्थरों को इसने खोजा है। लेकिन एक पत्थर ऐसा रहा है, जिसने इस रोवर को खोजा था। ये पत्थर हर समय इसके साथ ही चल रहा था। नासा टीम ने इस पत्थर को पर्सीवरेंस का पालतू (Pet) बताया था। लेकिन अब पर्सीवरेंस रोवर का यह 'पालतू दोस्त' खो गया है। रोवर यह पत्थर अपने पहिए में लेकर चलता था।
पिछले एक साल से पर्सीवरेंस रोवर पत्थर को साथ लेकर चल रहा था। लेकिन अब ये पत्थर साथ नहीं है। पर्सीवरेंस रोवर के सुपरकैम उपकरण के प्रभारी डॉ. ग्वेनेल कारावाका ने कहा कि टीम को रातोंरात पता चला कि सबसे हाल की हजकैम तस्वीर में चट्टान खो गई थी। पर्सीवरेंस रोवर ने अपना रॉक मित्र खो दिया है। उन्होंने कहा कि ये पत्थर नासा के पर्सीवरेंस मार्स रोवर के सामने के बाएं पहिए में था।
उन्होंने कहा, 'फेयरवेल रॉक फ्रेंड, तुम्हें याद किया जाएगा। हमारे साथ इसने 427 सोल (पृथ्वी के एक वर्ष से ज्यादा) बिताए और सोल 341 के बाद से लगभग 10 किमी की यात्रा की।' फरवरी 2022 में इस पत्थर को पहली बार नोटिस किया गया था। हालांकि पर्सीवरेंस रोवर का लक्ष्य सीलबंद ट्यूबों में पत्थरों के नमूनों को लेना है, जो अंततः 2030 के दशक में पृथ्वी पर वापस लाया जाएगा। इसका प्रयोगशाला में विश्लेषण किया जाएगा।
नासा ने इस पत्थर के मिलने पर बताया था कि पहले भी एक रोवर से पत्थर जुड़ चुका है। नासा ने बताया था कि लगभग 19 साल पहले एक आलू के आकार का पत्थर स्पिरिट रोवर के अगले दाहिने पहिए के साथ जुड़ गया था। पर्सीवरेंस रोवर का वजन एक टन है। यह दो मीटर लंबी है और इसकी एक रोबोटिक बांह है। इस रोवर में 19 कैमरे, दो माइक्रोफोन और कई अत्याधुनिक उपकरण लगे हैं।
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